क्या ठाकरे भाई फिर एक साथ आएंगे? आदित्य ठाकरे के बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल

 


मुंबई। क्या शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) एक बार फिर एक मंच पर आ सकते हैं? इस सवाल को हवा दी है आदित्य ठाकरे के हालिया बयान ने, जिसमें उन्होंने भाजपा विरोधियों के लिए 'खुले दिल से स्वागत' की बात कही है।

आदित्य का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब पिछले महीने उद्धव और राज ठाकरे की मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी बढ़ गई थी। दोनों ने ‘मामूली मतभेदों’ को भुलाने की बात कही थी, लेकिन गठबंधन की राह में शर्तें और संदेह अब भी कायम हैं।

राज ठाकरे जहां मराठी लोगों के मुद्दों पर एकजुटता की बात कर रहे हैं, वहीं शिवसेना (यूबीटी) यह स्पष्ट कर चुकी है कि भाजपा और शिंदे गुट से कोई संबंध मंजूर नहीं।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह गठबंधन होता है, तो मुंबई और मराठवाड़ा की सीटों पर भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। फिलहाल दोनों दल ‘पब्लिक पोज़िशनिंग’ में हैं, पर असल राजनीतिक सौदा अभी तक बंद दरवाजों के पीछे है।

Post a Comment

Previous Post Next Post