नर्मदापुरम. नर्मदापुरम जिले के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का बड़ा उदाहरण सोहागपुर ब्लॉक के सेमरी हरचंद में सामने आया है. यहां एक होम्योपैथी डॉक्टर ने दो साल से एक्सपायर लाइसेंस पर क्लिनिक चलाते हुए अवैध रूप से एलोपैथिक इलाज किया. डॉक्टर सीमा सोनी नामक महिला डॉक्टर ने अपने क्लिनिक को एलोपैथिक इलाज का अवैध भर्ती सेंटर बना रखा था, जहां मरीजों को सिरिंज और बोतल चढ़ाई जा रही थी.
मामला सोमवार शाम उस समय उजागर हुआ जब सीएमएचओ कार्यालय से डीएचओ डॉ सुनीता नागेश शिकायत की जांच के लिए सेमरी हरचंद पहुंचीं. क्लिनिक में दो मरीज भर्ती मिले जिन्हें सिरिंज लगी हुई थी. जांच में पाया गया कि डॉक्टर सीमा सोनी के पास केवल होम्योपैथी का लाइसेंस थाए जो वर्ष 2023 में ही एक्सपायर हो चुका था. लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाने के बावजूद डॉक्टर सीमा सोनी लगातार एलोपैथिक इलाज कर रही थीं. डीएचओ डॉण् सुनीता नागेश ने मौके पर ही क्लिनिक को सील कर ताला लगवा दिया और कहा कि श्क्लिनिक पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रहा था, जिसे तुरंत बंद कराया गया है.
बीएमओ की लापरवाही भी आई सामने-
सेमरी हरचंद क्षेत्र में एक्सपायर लाइसेंस के बावजूद क्लिनिक का संचालन होते रहने से सोहागपुर बीएमओ डॉ रेखा सिंह गौर की लापरवाही उजागर हुई. उन्होंने कहा कि उन्हें इस क्लिनिक के बारे में जानकारी नहीं थी और यह भी स्वीकार किया कि जिले की अन्य तहसीलों में भी ऐसी स्थिति मिल सकती है. समय पर निरीक्षण होता तो यह मामला पहले सामने आ सकता था.
इलाज में लापरवाही से हुई थी महिला की मौत-
डीएचओ ने बताया कि राधा अहिरवार नाम की महिला के इलाज में लापरवाही बरते जाने की शिकायत मिली थी जिसपर जांच की गई. जांच में पता चला कि डॉक्टर सीमा सोनी बिना अनुमति एलोपैथिक इलाज कर रही थीं.
प्रकरण सीएमएचओ को भेजा गया-
क्लिनिक सील करने के बाद पूरा मामला तैयार कर फाइल सीएमएचओ डॉ नरसिंह गहलोत के पास भेजी गई है. स्वास्थ्य विभाग ने संकेत दिए हैं कि इस तरह के अन्य अवैध क्लिनिकों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी.
