तेहरान/वॉशिंगटन। ईरान-इजराइल के बीच चल रही सैन्य तनातनी के बीच पश्चिम एशिया एक बड़े संघर्ष की ओर बढ़ता दिख रहा है। ईरान ने स्पष्ट शब्दों में चेताया है कि यदि अमेरिका इस युद्ध में सीधे तौर पर शामिल हुआ, तो वह मिडिल ईस्ट में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएगा। यह जानकारी अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टों के हवाले से सामने आई है।
ईरान ने अपनी फतह-1 मिसाइलों का पहली बार इजराइल पर इस्तेमाल करते हुए यह संकेत दे दिया है कि उसकी सैन्य प्रतिक्रिया अब सिर्फ चेतावनी नहीं रही। वहीं, अमेरिका ने भी यूरोप में अपने सैन्य संसाधन बढ़ा दिए हैं और 40,000 से अधिक सैनिकों को अलर्ट पर रखा गया है।
ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने दो टूक शब्दों में कहा है कि ईरान न झुकेगा, न सरेंडर करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान की प्रतिक्रिया ‘मजबूत, लेकिन अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार’ होगी। इससे पहले 25 मिसाइलें इजराइल पर दागी जा चुकी हैं।