नई दिल्ली/इंदौर। अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद, एयर इंडिया की तकनीकी खामियों ने भारत की एविएशन सुरक्षा नीतियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। मंगलवार को एयर इंडिया की 7 फ्लाइट्स रद्द हुईं, जो सामान्य घटनाक्रम नहीं माना जा सकता।
DGCA की सख्ती के बावजूद बार-बार हो रही तकनीकी समस्याएँ यह दर्शाती हैं कि प्रणालीगत कमियाँ अब सतह पर आ चुकी हैं।
इन घटनाओं का असर यात्रियों पर साफ देखा जा सकता है — इंदौर जैसे शहरों में एयर इंडिया की टिकट बुकिंग घट रही है और यात्रियों ने दूसरी एयरलाइंस को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है।
सवाल यह है कि क्या एयर इंडिया अपनी पुनर्गठन प्रक्रिया में तकनीकी रख-रखाव और पायलट ट्रेनिंग जैसे मूलभूत पहलुओं को गंभीरता से ले रही है? और क्या DGCA की निगरानी महज औपचारिक बनकर रह गई है?
सरकार को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि यह संकट केवल एयर इंडिया तक सीमित न रहे, बल्कि समूचे एविएशन सेक्टर की सुरक्षा संरचना पर व्यापक मंथन हो।