नवभारत साक्षरता अभियान पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण में डिजिटल जागरूकता पर जोर


 बांसवाड़ा |नवभारत साक्षरता अभियान के अंतर्गत जिले के ब्लॉक समन्वयकों और संसाधन व्यक्तियों (आरपी) के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कार्यालय के सभागार में किया गया। दो सत्रों में चले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वक्ताओं ने अभियान की प्रगति, डिजिटल साक्षरता और तकनीकी शिक्षा से जुड़ी जानकारियाँ साझा कीं।

प्रथम सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) गौतम लाल कटारा ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नवभारत साक्षरता अभियान तभी सफल होगा जब असाक्षरों को नई तकनीकों से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों और समन्वयकों को चाहिए कि वे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को जन आंदोलन का रूप दें, जिससे समाज के सभी वर्ग तकनीकी रूप से सक्षम बन सकें।

अध्यक्षता करते हुए जिला साक्षरता अधिकारी एन. द्विवेदी ने अभियान की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम केवल पढ़ना-लिखना सिखाने का अभियान नहीं, बल्कि यह नागरिकों को डिजिटल, वित्तीय और विधिक साक्षरता से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि इस पहल से समाज में समग्र सशक्तिकरण की नींव रखी जा रही है।

तकनीकी एवं समापन सत्र में मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी विमल चौबीसा ने डिजिटल युग में सतर्कता और जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बढ़ती ऑनलाइन गतिविधियों के बीच साइबर सुरक्षा को समझना और डिजिटल व्यवहार में सावधानी बरतना आज की सबसे बड़ी जरूरत है।

केआरपी एवं प्रधानाचार्य रोशन जोशी ने ऑडियो-वीडियो प्रस्तुतीकरण के माध्यम से नवभारत साक्षरता अभियान की कार्यप्रणाली और गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक का उपयोग शिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बना रहा है।

कार्यक्रम का संचालन एपीओ दिनेश मईडा ने किया। उन्होंने जिले में चल रही साक्षरता गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि जिले के विभिन्न ब्लॉकों में प्रशिक्षण और निगरानी कार्य किस तरह गति पकड़ रहा है।

केसरीमल मीणा (एएसओ) ने तकनीकी प्रशिक्षण सत्र में डिजिटल रिपोर्टिंग प्रणाली और शिक्षण सामग्री के प्रबंधन की जानकारी दी।

खुले सत्र में जिलेभर से आए ब्लॉक समन्वयकों और आरपी ने अपने अनुभव साझा किए तथा कार्यक्रम से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। उनकी शंकाओं का समाधान जिला साक्षरता अधिकारी एन. द्विवेदी, केआरपी रोशन जोशी और एपीओ दिनेश मईडा ने किया।

कार्यक्रम में ब्लॉक समन्वयक संजय पाठक, दीपक शाह, महेंद्र सिंह, भगवती लाल, अशोक मईडा, नारायणलाल, अंबालाल मईडा, भूरालाल कटारा, दीपक निनामा, बाबूराम मसार, लक्ष्मणगढ़ भाबोर, नानूलाल चरपोटा सहित अनेक अधिकारियों और शिक्षकों ने भाग लिया।

अंत में आभार एपीओ दिनेश मईडा ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नवभारत साक्षरता अभियान को सफल बनाने के लिए सतत प्रशिक्षण, संवाद और जनभागीदारी जरूरी है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता और शिक्षा के प्रसार को प्राथमिकता दें।

बांसवाड़ा में आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल अभियान की प्रगति का संकेत रहा, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि साक्षरता अब केवल शिक्षा नहीं, बल्कि डिजिटल आत्मनिर्भरता और सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बन चुकी है।

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