जबलपुर. एमपी के जबलपुर की पुलिस ने 3 साल से फरार डेढ़ लाख के इनामी खनन माफिया अमित खंपरिया को नागपुर से गिरफ्तार किया है. वह फरारी के दौरान अपने पिता अनिरुद्ध चतुर्वेदी के साथ किराए के अपॉर्टमेंट में रह रहा था. यहां तक कि पुलिस को गुमराह करने के लिए नेपाल में होने की अफवाह उड़ता रहा.
पुलिस अधिकारियों की माने तो शातिर बदमाश अमित खम्परिया ने फरारी के दौरान मुम्बई के एक बड़े अस्पताल में सर्वाइकल का इलाज कराया. वह पुलिस को गुमराह करने के लिए नेपाल भागने जाने की अफवाहें भी उड़ाता रहा. अधिकारियों का कहना है कि एक फोटो सामने आई है जिसमें वह दो-दो बंदूकधारियों के साथ नजर आ रहा है. शायद इसी कारण उससे डरकर लोगों ने शिकायतें नहीं की होगी. अब उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है, ऐसे में और भी पीडि़त सामने आते हैं तो केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने अमित खम्परिया को न्यायालय में पेश कर तीन दिन का रिमांड लिया है. अमित खंपरिया पर उमरिया और सतना में कई आपराधिक मामले दर्ज हो गए थे. जिसके बाद वह जबलपुर आ गया. पुलिस से बचने के लिए वह मामा का सरनेम लगाने लगा. जबलपुर में रहते हुए उसने अपने सारे दस्तावेज वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड भी इसी नाम से बनवा लिए. धीरे-धीरे लोग उसे अमित खंपरिया के नाम से ही जानने लगे. उमरियाए सतना में अपराध करने के बाद जब ये जबलपुर आया तो इसने 2010 में मारपीट की. जिसके बाद भेड़ाघाट थाने में इसके खिलाफ हत्या के प्रयास, बलवा का मामला दर्ज किया गया.
