केदारनाथ पैदल मार्ग पर एक बार फिर सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई। जंगलचट्टी के पास अचानक हुए भूस्खलन में दो यात्रियों की जान चली गई, जबकि तीन घायल हुए हैं।
यह इलाका पहले भी भूस्खलन संभावित क्षेत्र घोषित किया गया था, लेकिन चेतावनी बोर्ड, मार्ग बंद करने की प्रक्रिया या वैकल्पिक व्यवस्था कहीं नजर नहीं आई।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पिछले तीन दिनों से इस क्षेत्र में हल्की बारिश हो रही थी, लेकिन किसी ने समय रहते सतर्कता नहीं दिखाई।
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन का कहना है कि राहत अभियान तेज़ी से चलाया जा रहा है, लेकिन सवाल ये है – क्या यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी निभाई जा रही है?
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