दिल्ली में रविवार की सुबह न सिर्फ ठंडी बारिश लेकर आई, बल्कि राजधानी की ज़हरीली हवा को भी कुछ हद तक शुद्ध कर गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत एक्यूआई 68 रिकॉर्ड हुआ, जो "संतोषजनक" श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मानसूनी फुहारें हवा में जमा प्रदूषकों को धरातल पर गिरा देती हैं जिससे सांस लेने योग्य वातावरण कुछ समय के लिए बहाल हो जाता है।
विशेष बात यह रही कि न केवल दिल्ली, बल्कि एनसीआर के क्षेत्रों—फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा—में भी वायु गुणवत्ता में संतुलन देखा गया।
हालांकि विशेषज्ञ चेताते हैं कि यह राहत अस्थायी है। लगातार और संरचित प्रयासों से ही दिल्ली को दीर्घकालिक रूप से प्रदूषण से मुक्ति दिलाई जा सकती है।