हवाई सफर से टाइगर टूरिज्म तक: मध्यप्रदेश का ‘एविएशन टूरिज्म मॉडल’ कितना सफल होगा?


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रिपोर्ट:
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा घोषित हेलीकॉप्टर सेवा योजना एक नई शुरुआत की ओर इशारा करती है। लेकिन क्या यह केवल एलाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने की कवायद है या वास्तव में प्रदेश के वन पर्यटन की पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने का प्रयास?

बांधवगढ़, कान्हा, पेंच जैसे टाइगर रिजर्व्स को हेली सेवा से जोड़ने की योजना, पर्यावरणीय व आर्थिक दोनों नजरिए से चुनौतीपूर्ण है।

सवाल यह है कि क्या ये उड़ानें वाकई आम पर्यटकों की पहुंच में होंगी, या केवल वीआईपी और विदेशी टूरिस्ट्स के लिए डिज़ाइन की गई हैं?

पर्यटन विभाग की टेंडर प्रक्रिया तो शुरू हो चुकी है, लेकिन इसमें राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था, रोजगार और इको-टूरिज्म नीति के समावेश की कितनी जगह है — यह देखना बाकी है।

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